शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है जहां सभी लोगों द्वारा शेयरों को खरीदा या बेचा जाता, इसमें विभिन्न कंपनियों के शेयर शामिल होते हैं जिन्हें लोगों के द्वारा खरीदने और बेचने के लिए उपलब्ध कराया जाता है। आज के समय में भी बहुत से लोगों को लगता है कि शेयर मार्केट में यदि पैसा लगाएंगे तो हमारे पेसै अटक जाएंगे। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है आज के समय में लोगों को शेयर बाजार के बारे में एक तरह से नॉलेज ना होने के कारण उनकी ऐसी सोच बन जाती है, यदि आप शेयर मार्केट को सही नॉलेज से सीखते हैं तो यह आपको इसका बादशाह भी बना सकती है। शेयर मार्केट में ही स्टॉक एक्सचेंज है वही दुनिया में कई सारे स्टॉक एक्सचेंज होते हैं जहां से रोज भाव गिरता और चढ़ता है। Share Market kya hai को अच्छे से समझने के लिए आप हमारे ब्लॉग को आसानी से पढ़ सकते हैं और शेयर मार्केट के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
शेयर मार्केट क्या होता है? (Share Market kya hai)
किसी कंपनी का शेयर खरीदने का मतलब है आपका उस कंपनी में पार्टनर बन जाना, जिसके माध्यम से यदि कंपनी को मुनाफा होता है तो आपको भी मुनाफा होता है यदि कंपनी को नुकसान होता है तो आपको भी नुकसान का सामना करना होता है। कम नुकसान करवाने और अच्छा मुनाफा करने के लिए बाजार पर हर सेकंड नजर रखी जाती है जिससे ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की तरकीब और कम से कम नुकसान की तरकीब लगाई जाती है।
वर्ष 1875 में शेयर बाजार की स्थापना की गई थी। स्टॉक मार्केट या शेयर मार्केट एक ऐसी मार्केट है जहां बहुत सी कंपनी के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, मार्केट में उतार-चढ़ाव के कारण शेयर्स के प्राइस घटने और बढ़ते रहते हैं जिसके चलते बहुत से लोग इससे बहुत ज्यादा पैसा कमा जाते हैं और कुछ लोग इसमें अपना पैसा गवाह भी देते हैं। किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने का मतलब है उस कंपनी का पार्टनर बन जाना। यह सारा काम और खरीदना बेचना एक नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है क्योंकि टेक्नोलॉजी में बढ़ोतरी के कारण अब आप अपने घर बैठे भी कंपनी के शेयर्स की हलचल जान सकते हैं साथ ही शेयर के खरीदना और बेचना भी बेहद आसानी से कर सकते हैं।
शेयर्स कब खरीदने चाहिए? (Share kab kharidne chahiye)
शेयर मार्केट में शेयर खरीदने से पहले आपको मार्केट के काम करने के तरीके के साथ-साथ यहां कैसे और कब इन्वेस्ट किया जाए और कंपनी कैसे पैसा लगाना आपको मुनाफा दिलवा सकता है इन सब की जानकारी शामिल होनी चाहिए और यहां के काम करने के तरीके का ज्ञान होना चाहिए। जब आपको अपनी नॉलेज के हिसाब पूरी जानकारी हासिल हो जाए तभी आप इसमें निवेश करने का कदम उठाए।
शेयर बाजार में रिस्क का जोखिम भी है हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है कि नुकसान होना निश्चित है अगर आप सोच समझकर इन्वेस्ट करते हैं तो काफी प्रॉफिट कमा सकते हैं। जैसे-जैसे आप इन्वेस्ट करना शुरू करेंगे आपको ज्ञान और एक्सपीरियंस बड़ेगा और धीरे-धीरे आप अपने इन्वेस्टमेंट को बढ़ा सकते हैं और इससे ज्यादा पैसा कमा सकते है।
शेयर बाजार में पैसे कैसे लगाएं? (Share bazaar me paise kaise lagaye)
Share market kya hai इसके बारे में तो आपको अच्छे से जानकारी मिल चुकी होगी और आप समझ भी गए होंगे कि शेयर मार्केट क्या है, अब आपको जानना चाहिए कि शेयर बाजार में पैसे कैसे लगाए इसके लिए आपको स्टेप बाय स्टेप शेयर मार्केट को समझना होगा। शेयर खरीदने के लिए आपको एक डीमैट अकाउंट बनाना पड़ता है इसके दो तरीके होते हैं चलिए इन तरीके के बारे में जानते हैं –
1 पहला तरीका
डिमैट अकाउंट में हमारे शेयर्स के पैसे रखे जाते हैं अब आपको ब्रोकर के पास जाकर एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं अगर आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर रहे हैं तो आपके पास डिमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है।
इसके लिए आपका किसी भी बैंक अकाउंट में एक सेविंग अकाउंट होना अनिवार्य है जिसके माध्यम से आप डिमैट अकाउंट से कमाई गई धनराशि को अपने सेविंग्स बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर करवा सकते हैं, जैसे-जैसे कंपनी को मुनाफा होगा उसी तरह से आपके खरीदे हुए शेयर्स की वैल्यू बढ़ेगी और आप उन शेयर्स को बेच सकते हैं और वह राशि आपको अपने डिमैट अकाउंट में ही आएगी, इस तरह से अपने डिमैट अकाउंट से बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवा कर पैसे कमा सकते हैं।
2 दूसरा तरीका
दूसरा तरीका आपके पास है कि आप किसी भी बैंक में जाकर अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं, लेकिन हमारे सजेशन के हिसाब से आपको ब्रोकर द्वारा अपना अकाउंट खुलवाएंगे तो आपको ज्यादा फायदा होगा ऐसा इसलिए क्योंकि आपको अच्छा समर्थन मिलेगा और दूसरा आपके निवेश के हिसाब से ही आपको अच्छी कंपनी सजेस्ट करते हैं जहां से आप पैसे लगा सकते हैं और शेयर मार्केट से पैसे कमा सकते है।
क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट?
नीचे दिए गए पॉइंट्स में विस्तार से बताया गया है कि शेयर मार्केट के डाउन होने के। Share market kya hai को जानने के साथ-साथ इससे जुड़े बहुत से पहलुओं को ध्यान से जानना जरूरी है-
- बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो शॉर्ट टर्म अर्निंग के लिए अपने स्टॉक्स को बेच देते हैं इससे शेयर मार्केट डाउन हो जाती है और बड़ा उतार चढ़ाव देखने को मिलता है, और किसी भी बड़ी घटना से शेयर मार्केट डाउन होने के चांसेस बढ़ जाते हैं, जैसे 2020 के शुरू में कोरोना वायरस के आने से देश-विदेश के हर चीजों में काफी बदलाव देखने को मिला। इससे दुनिया भर के लगभग सभी बिजनेस को काफी नुकसान पहुंचा है।
- ऐसे में बहुत से लोग ऐसी बड़ी घटना को देखकर शेयर्स बेचना शुरू कर देते हैं बड़ी घटना को देखकर शेयर मार्केट में काफी गिरावट देखने को मिलती है और बहुत से लोग अपने शेयर्स को बेचना शुरू कर देते है
- अगर कोई कंपनी लिस्टिंग एग्रीमेंट से जुड़ी शर्तों का अच्छी तरह से पालन नहीं करती है तो उसे सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया से डिलीट कर दिया जाता है।
- किसी कंपनी के ऑर्डर मिलने या छीन जाने पर बेहतर नतीजे रहने या फिर बेकार नतीजे रहने पर और प्रॉफिट बढ़ रहा है या घट रहा है जैसी जानकारी के आधार पर उस कंपनी का मूल्यांकन होता है। इस तरह से जो भी कंपनी लिस्टेड होती है वह रोज कारोबार करती है जिससे उसकी स्थितियों को मेजर किया जाता है जिससे रोज कुछ ना कुछ बदलाव या उतार चढ़ाव देखने को मिलता है इस मूल्यांकन के आधार पर घटते बढ़ते कंपनी के शेयर्स की कीमतों में भी असर पड़ता है और उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।
सेंसेक्स क्या होता है?
सेंसेक्स की शुरुआत 1986 में हुई थी। यह हमारे भारतीय स्टॉक मार्केट का बेंचमार्क इंडेक्स है, यह मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड शेयर्स के भाव में होने वाली तेजी और मंदी या उतार चढ़ाव को भी बताता है। इसमें 30 सबसे बड़ी कंपनियां सेंसेक्स के जरिए हमें प्रदर्शन की जानकारी हासिल होती है।
निफ़्टी क्या होता है?
नेशनल और फिफ्टी दो शब्दों से मिलकर बना हुआ शब्द नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी है। निफ़्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया का एक महत्वपूर्ण बेंचमार्क है इसे निफ्टी 50 भी कहा जाता है यह सभी कंपनी में टॉप की 50 प्रमुख शेयर्स का इंडेक्स होता है। साधारण अक्षरों में समझने के लिए मुख्य रूप से निफ्टी देश की 50 प्रमुख कंपनियों के शेयर पर नजर रखती है इसमें आप सिर्फ वही 50 कंपनी के शेयर्स को देख सकते हैं जो इसमें लिस्टेड होती है।
SEBI क्या होता है?
Securities and Exchange Board of India यह SEBI की फुल फॉर्म होती है। SRCA ने SEBI को भारत में स्टॉक एक्सचेंज और बाद में कमोडिटी एक्सचेंज को पहचान और रेगुलेट करने का अधिकार दिया है। इसके पास स्टॉक एक्सचेंज ऑफर व्यापार करने और निपटान को रेगुलेट करने की शक्तियां है। केंद्र सरकार द्वारा यह किया गया था।
शेयर बाजार कैसे समझें?
यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कम समय में लोगों के द्वारा करोड़ों रुपए कमाए जा सकते हैं यदि आप शेयर मार्केट को अच्छे से समझते हैं और इसके आपको पूरी तरह से ज्ञान हो जाता है तो आपके लिए यह सफर रोमांचक और मुनाफा देने वाला बन सकता है और इससे आप भी करोड़ों रुपए कमा सकते हैं Share market kya hai को बेहतर तरीके से जानने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान से समझे-
खुद रिसर्च करें
आजकल बहुत से टीवी चैनल, यूट्यूब चैनल के साथ-साथ ऑनलाइन कई मार्केट एक्सपर्ट मिल जाएंगे जो आपको शेयर् मार्केट की नॉलेज देने में कारगर साबित हो सकते हैं यहां से आप शेयर बाजार के बारे में जानकारी ले सकते हैं और इंस्टेंट रिसर्च या खुद की रिसर्च आपको शेयर बाजार का बादशाह बना सकती है क्योंकि यह रिसर्च और ज्ञान ही है जो कि आपके यहां की मार्केट के बारे में एक्सपर्ट बना सकता है।
लॉन्ग टर्म गोल्स पर फोकस रखें
सबसे पहले आपको यह जानने की जरूरत है कि इन्वेस्टमेंट किसी भी प्रकार की हो सभी इन्वेस्टमेंट में से लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट आपको बेहतर परिणाम प्रदान करने में सक्षम साबित हो सकती है। इसी तरह आप भी अगर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं और अच्छे पैसे कमाना चाहते हैं तो उसके लिए उस इन्वेस्टमेंट को लॉन्ग टर्म मानकर ही निवेश करें तभी आपको इसमें मुनाफा मिलने की संभावना मिल सकती है।
इन्वेस्टमेंट करते समय अच्छी कंपनीज़ पर दें ध्यान
जिस कंपनी के कार्य करने की प्रक्रिया को आप समझते हैं और उस पर भरोसा करते है उसी कंपनी के शेयर में आपको इन्वेस्ट करना है, इसके साथ-साथ आपको पिछले सालों के ग्राफ को जांचना आवश्यक है जिससे आपको उस कंपनी के घाटे और मुनाफे का पता चल पाएगा। आपको कभी भी किसी भी दोस्त या जानने वाले से सलाह लेकर निवेश नहीं करना है।
सीखने के बाद ही आगे बढ़े
अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए आपको पढ़ाई और रिसर्च के साथ-साथ इलेक्ट्रिकल स्किल का सदुपयोग करना जरूरी है शेयर मार्केट में कुछ ऐसे पढ़ाओ भी है जहां आपको आपकी स्किल काम में आती है और आपकी रिसर्च आपके साथ एलिमेंट के रूप में काम करती है। कभी भी किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले उसके बारे में सही तरीके से ज्ञान प्राप्त करना बहुत जरूरी है अच्छे से ज्ञान प्राप्त करने और कंपनी में शेयर करने से पहले रिसर्च करने के बाद ही आपको आपके कदम आगे बढ़ाने हैं।
सपोर्ट लेवल क्या होता है?
स्पोर्ट लेवल चार्ट का वह पॉइंट है जहां पर ट्रेडर्स शेयर खरीदने के मामले में सबसे ज्यादा डिमांड की उम्मीद रखते हैं। जब किसी कंपनी के एसेट के गिरने की कीमत गिरती है उसकी वापस उछाल होने की संभावना बढ़ जाती है जिससे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा होने की गुंजाइश बन जाती है इसी कारण से खरीदने वालों की संख्या भी बढ़ जाती है।
रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है?
यह स्पोर्ट लेवल के बिलकुल विपरीत होता है वही रेजिस्टेंस लेवल है यह एक तरह का प्राइस पॉइंट है जहां स्टॉक प्राइस के ऊपर जानने की संभावना खत्म हो जाती है जिसके कारण मार्केट में सेलर्स की मात्रा या संख्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और खरीदने वाले की संख्या में गिरावट होती है वहीं से ऐसे बहुत से एडवांस तकनीक है जिससे आप इन सभी चीजों को एनालाइज करके सही पहचान कर सकते हैं।
स्पोर्ट्स लेवल रेजिस्टेंस लेवल में अंतर
अब स्पोर्ट् प्राइस के बारे में जान लेते हैं स्पोर्ट् प्राइस चार्ट का वह पॉइंट होता है जहां से प्राइस पॉइंट से ऊपर की तरफ जाने की संभावना होती है इसलिए विक्रेता के मुकाबले खरीददारों की संख्या ज्यादा होने की संभावना हो जाती है। वही रेजिस्टेंस प्राइस पॉइंट चार्ट का वह पॉइंट होता है जहां से खरीदार के मुकाबले विक्रेता की संख्या ज्यादा होने की संभावना होती है इसलिए स्टॉक प्राइस रेजिस्टेंस प्राइस पॉइंट से नीचे की तरफ करने की संभावना होती है
क्या शेयर मार्केट क्रैश होता है?
शेयर बाजार में क्रैश का होना उसके भाव में काफी तेजी से गिरावट होने को ही कहते हैं इसके कुछ कारण है जिससे कि कंपनी का बेकार प्रदर्शन करना और उसके भविष्य में नुकसान होने के आशंका अधिक होना। जैसे कि लोगों का किसी भी कंपनी पर भरोसा हो जाता है तो उसे कंपनी के दाम एकदम से ऊपर उठने लगते हैं और किसी भी कारण से लोगों का विश्वास किसी कंपनी से टूटने लगता है तो उसे कंपनी के दाम भी एकदम से टूटने लगते हैं और बहुत से लोगों को इसमें करोड़ों रुपए डूब जाते हैं।
कुछ सबसे बड़े क्रश 1929 में Wall Street क्रैश,1973-4 का क्रैश,1987 का Black Monday क्रैश आदि है जिसने लाखों लोगों का पैसा डूबा दिया था।
शेयर मार्केट को समझने के लिए बेस्ट किताबें
- टेक्निकल एनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान – गाइड टू टेक्निकल
- शेयर मार्केट गाइड (PB) पेपरबैक
- इंट्राडे ट्रेडिंग गाइड
विश्व के प्रमुख शेयर बाज़ार कौन-कौन से हैं?
- Bombay Stock Exchange (BSE)
- National Stock Exchange (NSE)
- NASDAQ
- Tokyo Stock Exchange (TSE)
- London Stock Exchange (LSE)
- Shanghai Stock Exchange (SSE)
- Hongkong Stock Exchange (HSE)
FAQs
शेयर मार्केट क्या है और कैसे चलता है?
किसी भी दूसरे बाजार की तरह शेयर बाजार में भी खरीदने वाले बेचने वाले एक दूसरे के साथ मिल सकते हैं और मोलभाव करके सौदा पक्का कर सकते हैं, शेयर बाजार एक ऐसा बाजार है जहां कंपनी के शेयर्स खरीदते हुए बेचे जा सकते हैं।
शेयर मार्केट में क्या काम होता है?
शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट है जहां निवेशकों को विभिन्न कंपनियों के शेयर खरीदने और बेचने का मौका मिलता है यह एक ऐसा बाजार है जहां निवेसक उचित मूल्य पर शेयर खरीद सकता है और उसके लाभ का हिस्सा प्राप्त कर सकता है।
एक शेयर कितना होता है?
इसको समझने के लिए जब किसी कंपनी की कुल पूंजी को अगर कई सामान हिस्सों में बांट दिया जाए तब उसे पूंजी का सबसे छोटा हिस्सा बनता है उसे ही हम शेयर कहते हैं।
1 दिन में शेयर बाजार में कितना पैसा कमा सकते हैं?
वैसे तो देखा जाए तो शेयर बाजार में पैसा कमाने की कोई लिमिट नहीं है लेकिन अगर आप फिर भी जानना चाहते हैं तो ऐसे समझ सकते हैं कि शेयर बाजार में आप एक दिन में ₹1 से लेकर 100 करोड रुपए भी कमा सकते हैं।
अपना पहला शेयर कैसे खरीदें?
यदि आप भी शेयर मार्केट में शेयर खरीदकर पैसा कमाना चाहते हैं तो आपको स्टॉक ब्रोकर के साथ डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर आवश्यक डॉक्यूमेंट और वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा करें अपने ट्रेडिंग अकाउंट को फंड करें अनुसंधान करें और वंचित स्टॉक चुने। ब्रोकर के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से आप किसी भी शेयर में इन्वेस्ट कर सकते हैं और अपने इन्वेस्टमेंट की नई क्रांति कर सकते हैं इससे पैसे कमा सकते हैं।
शेयर बाजार का मालिक कौन है?
भारतीय शेयर बाजार के मशहूर इन्वेस्टर राकेश झुनझुनवाला भले ही है अब हम लोगों के बीच नहीं है लेकिन यह अपने समय के एक बेताज बादशाह थे लेकिन उनकी कहानी आज भी लाखों करोड़ों लोगों के प्रेरणा स्रोत का काम करती है जो कि अपने समय के एक बहुत बड़े इन्वेस्टर थे।
भारत में शेयर बाजार कौन चलाता है?
भारत में शेयर बाजार को भारतीय प्रतिभूति और SEBI द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इसकी स्थापना 1992 में की गई थी।